
मानीकलाँ जौनपुर:काशिफ सिद्दीकी ने हासिल की मेडिकल लैब में मास्टर की डिग्री जनपद जौनपुर के गांव मानीकलां का नाम किया रोशन
डॉ.इम्तियाज अहमद सिद्दीक़ी सह-सम्पादक जौनपुर, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
रियाजुल हक ब्यूरों
मानीकलाँ जौनपुर:काशिफ सिद्दीकी ने हासिल की मेडिकल लैब में मास्टर की डिग्री
जनपद जौनपुर के गांव मानीकलां का नाम किया रोशन
आफ़ताब आलम की रिपोर्ट
मानीकलां,जौनपुर (उत्तरशक्ति)।विकास खण्ड सोंधी शाहगंज क्षेत्र कस्बा मानीकलां निवासी काशिफ सिद्दीकी पुत्र मोहम्मद याहिया ने परिजनो का नाम किया रोशन।जब से मेडिकल लैब में मास्टर की डिग्री हासिल हुई है।तब से कस्बा वासी दोस्त, रिश्तेदार का बधाई देने का सिलसिले जारी है।काशिफ सिद्दीकी जनपद जौनपुर के सबसे बड़ी आबादी वाला गांव कस्बा मानीकलां के मूल निवासी है।इनकी प्राथमिक शिक्षा वह हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा सेंजॉन्स स्कूल सिद्दीकपुर जौनपुर से हुई थी।इसके बाद इनका एडमिशन एमिटी यूनिवर्सिटी हरियाणा में हुआ वहां से बीएससी एमएलटी में स्नातक की पढ़ाई की लेकिन काशिफ के दिमाग में था।
कि मैं मेडिकल लैब में मास्टर की डिग्री हासिल करूं इसके बाद इनका एडमिशन एमएससी एमएलटी बायोकेमिस्ट्री मास्टर्स में हुआ और काशिफ अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया। मानीकलां से निकल कर हरियाणा तक सफर किया । शिक्षा का कोई अंत नहीं होता है,सिर्फ आपके अंदर प्रतिभा होनी चाहिए क्या गांव क्या शहर बस हौसले बुलंद होना चाहिए।इसी कड़ी में एक नाम आता है काशिफ सिद्दीकी का जब उत्तरशक्ति हिन्दी दैनिक मानीकला के संवाददाता आफताब आलम ने दूर संचार पर परिजनों से बात किया तो परिजनों का कहना था कि काशिफ अपने बुलंद इरादों से आज बुलंदी पर पहुंच गए है।काशिफ शुरू से ही पढ़ने में बहुत होशियार था। काशिफ के पिता के मन में अपने बच्चों को पढ़ने की एक लगन थी हमेशा बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करते रहते थे।
पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है।मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है। हौसले के दम पर ही सफलता हासिल की जा सकती है जब आपके पास शिक्षा होगी तो दुनियां आपके कदम चूमेगी।